रुड़की। उप जिला सरकारी अस्पताल में गुरुवार की सुबह पहुंचे प्रदेश कैबिनेट स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ रुड़की सरकारी अस्पताल का निरीक्षण किया उन्होंने अस्पताल में भर्ती सभी मरीजों से उनका हाल-चाल जाना साथ ही यहां की व्यवस्थाओं का जायजा भी लिया। स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने रुड़की सरकारी अस्पताल में नवनिर्मित रक्त कोष बिल्डिंग का भी निरीक्षण किया। इस मौके पर उन्होंने बताया कि हरिद्वार के सीएमओ व रुड़की उप जिला चिकित्सालय के सीएमएस की मांग थी कि रुड़की हॉस्पिटल में मरीजों की सुविधाओं के लिए कुछ कार्य होने हैं। जिसके लिए प्रदेश सरकार ने इन सभी निर्माण कार्यों के लिए लगभग साढे तीन करोड रुपए का बजट पास किया है। साथ ही बताया कि रुड़की हॉस्पिटल में नवनिर्मित ब्लड बैंक की बिल्डिंग को जल्दी नई बिल्डिंग में शिफ्ट किया जाएगा। रुड़की सरकारी अस्पताल में लगातार मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है जिसको देखते हुए जिला चिकित्सालय में एक क्रिटिकल केयर ब्लॉक बनाया जा रहा है। जिसके लिए स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों को जमीन के चयन की प्रक्रिया लिए बोला गया है। वहीं चिकित्सालय में अभी तक डॉक्टरों की कमी थी जो कि अब खत्म हो गई है। उन्होंने बताया कि उप जिला चिकित्सालय में 32 डॉक्टरों की तैनाती की गई है। जिसमें एनेस्थीसिया, बाल रोग विशेषज्ञ, फिजिशियन, सर्जन डॉक्टरों की भी तैनाती की जाएगी। मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए अब अस्पताल में आईसीयू की सुविधा भी गई है। और इसके लिए अब 10 नर्सिंग नए स्टाफ की भी जरूरत है। जिसके लिए जल्द से जल्द नए नर्सिंग स्टाफ को भी रखा जाएगा। इसके बाद 24घंटे रुड़की के उप जिला चिकित्सालय में आईसीयू की सुविधा मरीजों को मिल पाएगी। उन्होंने कहा कि रुड़की शहर में जो फर्जी तरीके से बिना डिग्री वाले डॉक्टरों व हॉस्पिटलों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने के लिए जिला प्रशासन में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। उन्होंने कहा कि उन्हें पूर्व में सूचना मिली थी कि रुड़की में कॉफी ऐसे फर्जी हॉस्पिटल चल रहे हैं जिन डॉक्टर के पास डिग्री नहीं है। जिन पर स्वास्थ्य विभाग व प्रशासन द्वारा कार्रवाई की जा चुकी है। यदि आगे भी इस प्रकार की कोई सूचना विभाग को मिलती है तो उन पर भी कड़ी करवाई की जाएगी।
मरीजों ने स्वास्थ्य मंत्री से की शिकायत...
स्वास्थ्य मंत्री जब उप जिला चिकित्सालय का निरीक्षण कर रहे थे। और मरीज का हाल-चाल जान रहे थे तभी कुछ मरीजों ने स्वास्थ्य मंत्री के समक्ष हॉस्पिटल से मिलने वाले खाने को लेकर भी शिकायत की एक मरीज ने कहा कि उन्हें सुबह अस्पताल से मिलने वाले सरकारी खाने में जो दलिया दिया जाता है। उसमें दूध नहीं मिलता है। तो कभी चाय नहीं मिलती है और कभी तो उन्हें सही खाना तक नहीं दिया जाता है। जिस पर मंत्री जी ने इस बारे में सरकारी अस्पताल के ही सीएमएस डॉ संजय कंसल से इसका जवाब मांगा तो उन्होंने बताया कि जिस संस्था को अस्पताल में खाने का ठेका दिया गया है उसे ठेके को निरस्त किया गया है। और दूसरे ठेकेदार को इसके लिए आमंत्रित जा रहा है।
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